भारतीय संस्कृति एवं साहित्य को ऑडीओ प्रारूप में उपलब्ध कराने वाला एप “गाथा” आगामी 23 जुलाई 2023 को अपने चार वर्ष पूरे कर रहा है। गाथा का प्रयास है कि अधिकाधिक भारतीय साहित्य को ऑडियो में करके श्रोताओं तक प्रस्तुत किया जाए ताकि लोग अपने रोज़मर्रा के काम करते हुए भी साहित्य का आनंद ले सकें।
गाथा भारतीय साहित्य, संस्कृति और पर्यटन से संबंधित हमारी धरोहरों को सहेजने और आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए इसको जन मानस तक पहुँचाने का प्रयास कर रहा हैं, हमें कहते हुए प्रसन्न्ता हो रही है की आज गाथा के श्रोता सम्पूर्ण भारत के साथ साथ अमेरिका, यूरोप, ब्राज़ील, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के अतिरिक्त अनेक देशों में हैं।
SIIC IIT कानपुर में इंक्यूबटेड गाथा आज SIIC IIT कानपुर के सहयोग से भारतीय साहित्य एवं संस्कृति से जुड़ी कहानियों और कविताओं को एक ऑडियो लाइब्रेरी में सहेजने के लिए प्रयासरत हैं। आज गाथा पर हज़ारों की संख्या में कहानियां, कविताएं और भारतीय संस्कृति, इतिहास और पर्यटन से जुड़ी कहानियां उपलब्ध हैं ।
गाथा अपने चार वर्ष पूरे होने के अवसर पर शिवानी केंद्र तथा राज भाषा प्रकोष्ठ आई आई टी कानपुर के सहयोग से आई आई टी कानपुर के प्रेक्षागृह में 23 जुलाई 2023 को अपना एक दिवसीय वार्षिकोत्सव आयोजित कर रहा है, जिसमें साहित्य, संस्कृति, पर्यटन और तकनीक से संबंधित सत्र होंगे, पिछले 3 वर्षों में हमें माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या जी, श्री विवेक अग्निहोत्री, श्री अशोक चक्रधर, प्रो अभय करंदीकर, प्रो हिमांशु राय, श्री गीत चतुर्वेदी, पद्म श्री से सम्मानित प्रो अनिल राजवंशी एवम और भी कई विशिष्ट व्यक्तित्त्व के धनी महानुभावों ने अपने सारगर्भित वक्तव्यों से हमें अनुग्रहित किया हैं